नई दिल्ली 23 जुलाई। राष्ट्रीय हरित अधिकरण से मिली फटकार के बाद दिल्ली मैट्रो रेल निगम (डीएमआरएस) यमुना किनारे से कचरा हटाने की तैयारी में जुट गया है। मैट्रो प्रशासन यहाँ से कचरा स्थानांतरित करने के लिए जगह की तलाश कर रहा है। साथ ही तीसरे चरण में शौचालय बनाने की तैयारी भी कर रहा है।
मैट्रो अधिकारी बताते हैं कि पर्यावरण के प्रति सजगता हमारी प्राथमिकता है, लेकिन उपर्युक्त जगह नहीं मिल पाने की वजह से इसे यमुना किनारे छोड़ा गया था। हम जल्द ही इसके निपटारे के लिए नगर निगम से सम्पर्क करने वाले हैं। साथ ही तीसरे चरण के सभी मैट्रो स्टेशनों पर शौचालय की व्यवस्था यात्रियों के लिए होगी। इसकी तैयारी भी तेजी से चल रही है। पहले और दूसरे चरण में राजीव चौक, कश्मीरी गेट जैसे प्रमुख मैट्रो स्टेशनों पर ही शौचालय की व्यवस्था है। जिसकी वजह से कई यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। यात्रियों को मैट्रो से बीच में ही उतरना पड़ता है तो कई यात्री शौचालय सुविधा वाले मैट्रो स्टेशन आने का इंतजार करने को मजबूर होते हैं। इस बाबत मैट्रो प्रशासन के पास यात्रियों से कई बार शिकायतें भी मिलती रहती हैं। बताया जाता है कि इन शिकायतों के बाद ही मैट्रो प्रशासन ने तीसरे चरण में मैट्रो स्टेशनों पर शौचालय सुविधा उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।
बँटवारे के बाद नहीं लगा एक भी कूड़ेदान
पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया है कि वर्ष 2012 में तीनों निगम के बँटवारे के बाद पूर्वी दिल्ली में कोई नया कूड़ाघर नहीं लगाया गया है। न्यायमूर्ति बीडी अहमद व न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा की खंडपीठ के समक्ष ईडीएमसी ने इस मामले में एक हलफनामा दायर किया है। न्यायालय इस मामले में एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही है। इस जनहित याचिका में आरोप लगाया गया है कि पूर्वी दिल्ली ही नहीं दिल्ली के अन्य इलाकों से भी कूड़ेदान गायब हो रहे हैं। पिछले साल दिसम्बर में न्यायालय ने ईडीएमसी से पूछा था कि उनके अंतर्गत आने वाले इलाके में कूड़ेदान लगाए गए हैं या नहीं। वहीं मैकेनिकली तौर पर कूड़ा उठाने के लिए कितने ट्रक लगाए गए हैं। क्या उनके इलाके में पर्याप्त ढलाव घर हैं। इसी मामले में ईडीएमसी ने अपना हलफनामा दायर किया है। ईडीएमसी ने अपने हलफनामे में बताया कि निगम का बँटवारा होने के बाद कोई नया कूड़ाघर नहीं लगाया गया है। ईडीएमसी छह सौ नए कूड़ेदान लगाने की प्रक्रिया में है, जिनकी क्षमता सौ लीटर होगी।
साभार : नवोदय टाइम्स 24 जुलाई 2015