हिमालयन न्यूज सर्विस
भारतीय सामाजिक सेवा-संस्थान सुलभ इंटरनेशनल ने जोंटा क्लब, काठमाण्डु के सहयोग से नेपाल में लागत-प्रभावी स्वच्छता-तकनीक उपलब्ध कराने का निश्चय किया है। जोंटा क्लब युवा-वर्ग एवं महिलाओं के उन्नयन के लिए कार्यरत एक गैर-सरकारी संस्थान है।
संस्थान-द्वारा देश के विभिन्न जिलों में सार्वजनिक शौचालयों तथा स्नानागारों का निर्माण किया जाएगा। सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिन्देश्वर पाठक तथा जोंटा क्लब की संस्थापक-अध्यक्षा सुश्री प्रमिला रीजल ने आयोजित कार्यक्रम में नेपाल में लागत-प्रभावी शौचालय-तकनीक कार्यान्वित करने हेतु अनुबन्ध पर हस्ताक्षर किए।
सुश्री रीजल के अनुसार, परियोजना का आरम्भ राजधानी के पशुपतिनाथ तथा गुह्येश्वरी-क्षेत्र से होगा। उन्होंने बताया कि इन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ तथा वहाँ शौचालय की समस्या के आलोक मंे हमने इस पवित्र स्थल से परियोजना प्रारम्भ करने का निर्णय किया। यहाँ कुछ शौचालय और स्नानागार बनाने की योजना हमने बनाई है।
पशुपति-क्षेत्र-विकास-ट्रस्ट-द्वारा सार्वजनिक शौचालय बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। इसके सदस्य-सचिव श्री गोविन्द टंडन ने बताया कि जबसे ट्रस्ट का गठन हुआ, उसी समय से भक्तों को सहज स्वच्छता-सुविधा मुहैया कराना इसका उद्देश्य रहा है। इस अवसर पर नेपाल में भारत के माननीय राजदूत श्री रंजीत राय ने कहा, ‘नेपाल में स्वच्छता के ऐसे कार्यक्रम में दूतावास पूरा सहयोग देगा।’ नगर-विकास-मंत्रालय के माननीय सचिव श्री किशोर थापा ने स्वच्छता तथा स्वास्थ्य मास्टर-प्लान-2011 के सरकार के लक्ष्य की उपलब्धि के लिए सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉक्टर पाठक ने बताया कि नेपाल दक्षिण एशिया में पहला देश है, जिसने लागत-प्रभावी स्वच्छता-तकनीक अपनाने की दिशा में सुलभ के साथ सहयोग किया है। जोंटा क्लब के अनुसार, परियोजना इसके बाद धीरे-धीरे पश्चिमी तथा पूर्वी नेपाल में जाएगी। उन्होंने बताया कि मूलभूत स्वच्छता-सुविधा के अभाव में बहुत सारी बालिकाएँ स्कूल नहीं जा पातीं, हमें आशा है कि इस योजना से महिलाएँ विशेष रूप से लाभान्वित होंगी। उनके अनुसार, 10 में से 6 महिलाओं को खुले में शौच जाने के कारण कई तरह की बीमारी एवं स्त्रीत्व की असुरक्षा तथा छेड़छाड़ के खतरे का सामना करना पड़ता है।
अंग्रेजी से साभार अनूदित
साभार : द हिमालयन पोस्ट
काठमाण्डू 25 अप्रैल 2014