राजू कुमार
भोपाल। मध्य प्रदेश पंचायत एवं ग्रामीण विकास की अपर मुख्य सचिव सुश्री अरुणा शर्मा ने इस वर्ष के 2 अक्तूबर को सीहोर जिले के डोडी ग्राम पंचायत को खुले में शौच से मुक्त गांव घोषित किया। ग्रामसभा में स्वच्छ भारत अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि गांवों को स्वच्छ रखने से बीमारी नहीं होगी और खुशहाली आएगी। शौचालय एवं साफ-सफाई से ग्रामीणों को ही फायदा है।
डोडी गांव में कुल 311 परिवार हैं। इन सभी के घरों में शौचालय बन चुका है। एम.पी. टास्ट के तहत चल रहे वॉश कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश की स्वयंसेवी संस्थाओं एवं शासन को स्वच्छ मध्य प्रदेश अभियान में तकनीकी सहयोग दिया जा रहा है। वॉश कार्यक्रम के तहत समर्थन संस्था के सहयोग से डोडी पंचायत को खुले में शौच से मुक्त किया गया है
महिलाएं इज्जत के लिए घूंघट करती हैं, पर शौच के लिए उन्हें बाहर जाना पड़ेे, तो घूंघट का क्या फायदा? डोडी गांव में कुल 311 परिवार हैं। इन सभी के घरों में शौचालय बन चुका है। एम.पी. टास्ट के तहत चल रहे वॉश कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश की स्वयंसेवी संस्थाओं एवं शासन को स्वच्छ मध्य प्रदेश अभियान में तकनीकी सहयोग दिया जा रहा है। वॉश कार्यक्रम के तहत समर्थन संस्था के सहयोग से डोडी पंचायत को खुले में शौच से मुक्त किया गया है। पूरे सीहोर जिले को खुले में शौच से मुक्त जिला बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
खुले में शौच मुक्त हुआ डोडी पंचायत कार्यक्रम में निर्मल भारत की राज्य कार्यक्रम अधिकारी सुश्री हेमवती वर्मन, एम.पी. टास्ट के डिप्टी टीम लीडर मैथ्यू लूकोस, समर्थन संस्था के निदेशक डॉ. योगेश कुमार सहित जिले के जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। इस मौके पर सुश्री अरुणा शर्मा ने गांव का भ्रमण कर खुले में शौच से मुक्ति और स्वच्छता के प्रति पंचायतों को प्रेरित करने के लिए प्रतीकात्मक रूप से झाड़ूू लगाया। उन्होंने सरपंच जानी बाई को प्रशस्ति-पत्र देकर बेहतर कार्य के लिए सराहना की।