नरेन्द्र भण्डारी
नई दिल्ली के किसी इलाके में सड़क पर टहलते हुए अगर आपसे कहीं पर कचरा गिर जाए और कोई आपको फूल देकर धन्यवाद कहे तो उसमें ज्याता हैरान होने की बात नहीं है। वह नई दिल्ली नगर पालिका परिषद का कोई विशेष रूप से प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी हो सकता है। वह सुरक्षाकर्मी धन्यवाद कह कर कहेगा कि आपने हमें देश के प्रधानमन्त्री के स्वच्छता अभियान के सन्देश को आगे बढ़ाने का काम सौंपा। उसके बाद वह सुरक्षाकर्मी तरीके से उस कचरे को पास के किसी कूड़ेदान में डाल देगा। परिषद ने अपने नई दिल्ली के 42 स्क्वेयर किलोमीटर स्थित क्षेत्र में लोगों और अपने भवनों की सुरक्षा के लिए जगह-जगह सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है। ये सुरक्षाकर्मी न केवल सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, बल्कि लोगों में सादगी से स्वच्छता का सन्देश भी फैला रहे हैं।
नई दिल्ली इलाके में राष्ट्रपति भवन से लेकर संसद भवन के आस-पास के इलाकों और पालिका के कई बाजारों और भवनों की साफ-सफाई और सुरक्षा की भी जिम्मेदारी है। नई दिल्ली का इलाका करीब आठ किलोमीटर के दायरे में आबाद है। इस इलाके में कनाट प्लेस, सरोजिनी नगर मार्किट, यशवंत प्लेस, पालिका प्लेस, चाणक्यपुरी, गोल मार्किट और लुटियन जोन आता है। नई दिल्ली पालिका परिषद के सफाईकर्मी इन इलाकों में सुबह से लेकर शाम तक सफाई करते देखे जा सकते हैं। अब राजधानी में आतंकवाद के खतरों को भांपते हुए पालिका परिषद अब अपने सुरक्षाकर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित कर रही है। ये सुरक्षाकर्मी न केवल सुरक्षातन्त्र में सहयोग कर रहे हैं, बल्कि स्वच्छता का भी सन्देश दे रहे हैं।
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के मुख्य सुरक्षा और अग्निशमन अधिकारी अजय कुमार के मुताबिक परिषद में इस समय करीब 1500 सुरक्षाकर्मी हैं। ये सुरक्षाकर्मी पालिका के जगह-जगह बने भवनों की भी सुरक्षा करते हैं। परिषद की ओर से जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे और मैटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। परिषद के अधीन आने वाले बाजारों में मैटल डिटेक्टरों से होकर गुजरना पड़ता है। जगह-जगह लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का मॉनिटरिंग परिषद का आइटी विभाग करता है। परिषद के सुरक्षाकर्मियों के हाथो में नई तकनीक के वाकी टाकी दिए जा रहे हैं। पहले के वाकी टाकी हैं, जो पुराने माने जाते हैं। अब नए डिजीटल वाकी टाकी सुरक्षाकर्मियों के हाथों में दिए जा रहे हैं। परिषद की ओर से जल्द ही इस तरह के 200 आधुनिक वाकी टाकी खरीदकर सुरक्षाकर्मियों को दिया जा रहा है।
परिषद के मुख्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार के मुताबिक अब सुरक्षाकर्मियों को लोगों की सुरक्षा, अनुशासन और बेहतर व्यवहार का विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अजय कुमार ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों को बेहतर शारीरिक विकास के लिए ड्रील करवाई जाती है। फिर बाजारों में आने-जाने वालों की जाँच करने और संदिग्ध लोगों की पहचान करने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्हें बेकाबू भीड़ पर नियंत्रण और दंगाईयोंं पर काबू पाने के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मी अगर किसी भी इलाके में कुछ संदिग्ध देखता है तो वह न केवल अपने नियंत्रण कक्ष को सूचित करता है, बल्कि पुलिस नियंत्रण कक्ष को भी सूचित करता है। अजय कुमार के मुताबिक वे अपने सुरक्षाकर्मियों को न केवल सुरक्षा बल्कि लोगों से बेहतर व्यवहार करने के लिए भी सिखा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही पालिका के दफ्तरों में आने वालों को सुरक्षाकर्मी नमस्कार कह कर उनका अभिवादन भी करेंगे।
साभार : जनसत्ता 23 फरवरी 2015