लखनऊ (डीएनएन)। भारतीय स्टेट बैंक की अध्यक्ष अरुंधती भट्टाचार्य ने शुक्रवार को वाराणसी के शिवपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों का लोकार्पण करने के साथ स्वच्छ भारत मिशन की परिकल्पना को एक जन आन्दोलन का स्वरूप दिया। उन्होंने कहा की सिर्फ शौचालयों का निर्माण स्वच्छता की गारंटी नहीं है।
बापू का स्वच्छ भारत का सपना तब तक अधूरा रहेगा जब तक हम सफाई के लिए समर्पित होने के साथ-साथ यह संकल्प नहीं करेंगे कि हम स्वयं गन्दगी नहीं करेंगे और न किसी को करने देंगे। उन्होंने यह घोषणा भी की कि स्टेट बैंक सुलभ इंटरनेशनल के साथ मिलकर एक फिल्म तैयार कराएगा जो ग्रामीण और शौचालय की सुविधा के बारे मे अनभिज्ञ बच्चों को शौचालयों के निर्माण का तरीका बताएगा।
बापू का स्वच्छ भारत का सपना तब तक अधूरा रहेगा जब तक हम सफाई के लिए समर्पित होने के साथ-साथ यह संकल्प नहीं करेंगे कि हम स्वयं गन्दगी नहीं करेंगे और न किसी को करने देंगे।
श्रीमती भट्टाचार्य ने कहा कि स्टेट बैंक देश के विभिन्न भागों मे शौचालयों का बहुत बड़े स्तर पर निर्माण करा रहा है तथा इस परियोजना के तहत 20 करोड़ से अधिक रुपयों का बजट स्टेट बैंक द्वारा पास हो चुका है। लेकिन हम यहीं नही रुकेंगे। स्वच्छ भारत हमारा संकल्प भी है और सपना भी है। अरुंधती ने कहा कि हम अभी और भी बहुत कुछ इस दिशा मे करेंगे। एक दूसरी बड़ी परियोजना की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि स्टेट बैंक छात्राओं के लिए भी सफाई और निरोग स्वच्छता के लिए सुलभ इंटरनेशनल के साथ मिलकर कार्य करेगा तथा इस परियोजना के तहत निर्मित किए जाने वाले सैनेटरी उत्पाद के सन्दर्भ मे होने वाले व्यय को भी स्टेट बैंक ही वहन करेगा।
इस अवसर पर उपस्थित सुलभ इन्टरनेशनल के संस्थापक पद्म भूषण डॉ. बिन्देश्वर पाठक ने कहा स्वच्छता आवश्यक और अनिवार्य दोनों हैं। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक द्वारा शौचालय निर्माण की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों की प्रशंसा की।
साभार : डेली न्यूज ऐक्टिविस्ट 16 मई 2015