लखनऊ की एक युवती ने शादी के लिये तय किए गए कानपुर के एक युवक के घर में शौचालय नहीं होने के कारण शादी के ऐन मौके पर विवाह करने से इनकार कर दिया। यह शादी युवती और युवक के परिजनों ने एक सामाजिक संस्था के माध्यम से सामूहिक विवाह समारोह के लिये तय की थी। शादी तय होते समय युवक के घर में शौचालय नहीं था। मगर युवक के परिवारवालों ने शादी से पहले शौचालय बना लेने का वादा किया था। रविवार को शादी थी लेकिन शौचालय नहीं बनने की जानकारी मिलने पर युवती ने शादी करने से इनकार कर दिया।
सामाजिक संस्था ने उस युवती के समाज के दूसरे युवक से उसकी शादी तय करा दी, जिसके घर में शौचालय था। युवती के परिजनों का कहना है कि यह मामला बर्रा पुलिस स्टेशन भी गया था। हालाँकि बर्रा पुलिस थाना के प्रभारी से पुलिस स्टेशन में इस प्रकार के किसी मामले के आने से इनकार किया है। लखनऊ के शारदा नगर इलाके की रहने वाली और कानपुर के बर्रा इलाके के देहली सुजानपुर इलाके में अपनी जीजा प्रमोद श्रीवास्तव के घर आने-जाने वाली नेहा (25) के परिवार ने विवाह के लिये एक सामाजिक संस्था के माध्यम से पंजीकरण करवाया था।
वह हाईस्कूल पास थी, जबकि उसके पिता का देहांत हो चुका है और उसके घर का खर्च पिता के पेंशन से चलता है। परिवार की गरीब स्थिति के कारण घर वालों ने कायस्थ समाज की सामाजिक संस्था के माध्यम से उसका विवाह करीब छह महीने पहले कानपुर के एक युवक के साथ निश्चित करवाया था। रविवार को संस्था का सामूहिक विवाह का कार्यक्रम था। नेहा की शादी गुजैनी इलाके के एक युवक से तय हुई थी। नेहा के अनुसार जब शादी की बात हुई थी तब लड़के के परिवार वालों ने बताया था कि वे किराए के मकान में रहते हैं और उनके घर में शौचालय नहीं है, लेकिन वह शादी के पहले शौचालय बनवा लेंगे।
इस वायदे पर शादी की सारी तैयारियाँ भी कर ली गई थी। नेहा ने शादी से पहले उस युवक से कई बार शौचालय के बारे में पूछा था, लेकिन वह हर बार यह बात टाल देता था। रविवार को विवाह की तारीख थी मगर शौचालय बना नहीं था, इसलिए नेहा ने कल इस लड़के से शादी करने से इनकार कर दिया। नेहा की जिद में उसके परिवार वालों ने भी उसका साथ दिया। युवती के इस इनकार से कायस्थ सामाजिक संस्था के पदाधिकारी भी दंग रह गए। उन्होंने इस बारे में उससे बात की लेकिन नेहा अपनी बात पर अड़ी रही कि जब तक शौचालय नहीं होगा वह शादी नही करेंगी।
नेहा के परिजनों का दावा है कि इस मामले को लड़के वाले बर्रा पुलिस स्टेशन ले गए थे लेकिन वह अपनी बात पर अड़ी रही कि जब तक शौचालय नहीं होगा वह शादी नहीं करेगी। इस बाबत बर्रा पुलिस स्टेशन के अधिकारी तुलसीराम पांडे से बात की गई तो उन्होंने पुलिस स्टेशन में ऐसा कोई भी मामला आने से इनकार किया। इसके बाद कायस्थ समाज संस्था के लोगों ने कायस्थ समाज के एक अन्य युवक से उसका विवाह तय कराया। वह भी कानपुर के गुजैनी इलाके का ही रहने वाला है। नेहा और उसके परिजनों ने उससे भी शौचालय की बात पूछी। उस युवक ने अपने घर में शौचालय होने की बात स्वीकार की। तब नेहा ने उस युवक से शादी के लिये हाँ कर दी।