अनिल सिंदूर
कानपुर नगर का भूजल पीने योग्य नहीं है। केन्द्र की योजना नमामि गंगे के सलाहकार, जल संरक्षण शोधकर्ता एवं पर्यावरण शोध प्रयोगशाला प्रमुख भारतीय औद्योगिक संस्थान, कानपुर के प्रो. विनोद तारे ने एक अनौपचारिक भेंट के दौरान बताया कि कानपुर नगर के शौचालयों के उपयुक्त प्रबंधन न होने के कारण भूजल प्रदूषित हो चुका है। यदि सम्बन्धित विभागों में जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों, समाज में पर्यावरण पर काम कर रहे पर्यावरणविदों और उपभोग करने वाले नागरिकों ने शौचालयों के प्रबंधन पर ध्यान नहीं दिया तो इसके परिणाम बेहद विस्फोटक हो सकते हैं।
कानपुर नगर की आबादी सरकारी आँकड़ों के हिसाब से 27 लाख 65 हजार 348 है। जिसमें 14 लाख 89 हजार 62 पुरुष तथा 13 लाख 53 हजार 374 महिलाएँ हैं। कानपुर नगर निगम के अंतर्गत आने वाली आबादी के 86.1 प्रतिशत घरों में शौचालय है। 13.9 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं है। सर्वे के अनुसार जिन घरों में शौचालय हैं उनके 62.5 प्रतिशत शौचालयों का पाइप सीवर से जुड़ा है। 19.4 प्रतिशत के घरों शौचालय सेप्टिक टैंक, 1.4 प्रतिशत घरों में पिट शौचालय इम्प्रूव, 0.4 प्रतिशत घरों में ओपन पिट शौचालय, 0.9 प्रतिशत घरों के शौचालयों का शौच नालियों में डिस्पोज, 0.1 प्रतिशत घरों के शौचालयों का शौच मानव के तथा 0.2 प्रतिशत शौच जानवरों द्वारा निस्तारित होता है। 13.9 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं हैं। इनमें 6.9 प्रतिशत घरों के लोग सार्वजनिक शौचालयों में तथा 7 प्रतिशत घरों के वाशिंदे खुले में शौच को जाते हैं।
कानपुर नगर क्षेत्र में स्थित नॉर्दर्न रेलवे कॉलोनी के 4453 घरों की आबादी 20 हजार 916 है। आबादी के सापेक्ष 46.8 प्रतिशत घरों में शौचालय हैं जो सीवर पाइप से जुड़े हैं, 30.8 प्रतिशत घरों के शौचालय सेप्टिक टैंक युक्त हैं। 0.3 प्रतिशत पिट शौचालय, 0.2 प्रतिशत खुले पिट शौचालय, 0.2 प्रतिशत घरों के शौचालयों का शौच खुली नालियों में निस्तारित होता है। 0.4 प्रतिशत घरों का शौच मानव द्वारा तथा 0.1 प्रतिशत जानवरों द्वारा निस्तारित किया जाता है। कॉलोनी के 21.2 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं है जिन घरों में शौचालय नहीं है उन घरों के 3.9 प्रतिशत लोग सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करते हैं तथा 17.4 घरों के लोग खुले में शौच करने जाते हैं।
आर्मापुर एस्टेट परिसर में रहने वाले लोगों की आबादी 15 हजार 463 है। यहाँ पर स्थिति बेहतर है क्योंकि 96.9 प्रतिशत घरों में शौचालय हैं तथा 3.1 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं है। सर्वे के अनुसार 96.2 प्रतिशत घरों के शौचालय सीवर पाइप से जुड़े हैं जबकि 0.8 प्रतिशत घरों के शौचालय सेप्टिक टैंक युक्त हैं।
यह आँकड़े सब कुछ बयाँ करने के लिए काफी है। मालूम हो कि कानपुर नगर में लगभग 50 वर्ष पूर्व सीवर लाइन डाली गयी थी। उस समय कानपुर नगर की आबादी आज के सापेक्ष बहुत कम थी।