जल, स्वच्छता और शुचिता को बेहतर बनाना समय की जरूरत है: आई. हेमचन्द्रा सिंह

डॉ. रूपक राय चौधरी

 

विद्यालयों में जल, स्वच्छता और शुचिता सुविधा की व्यवस्था का वैश्विक सहस्राब्दी विकास-लक्ष्यों से प्रारम्भिक शिक्षा, लिंग, गुणवत्ता और शिशु की मृत्युदर का सीधा सम्बन्ध है।’ यह कहना था मणिपुर सरकार के लोक-स्वास्थ्य और अभियंत्रण मन्त्री माननीय श्री आई. हेमचन्द्रा सिंह का।

सुलभ स्कूल सैनिटेशन क्लब के सदस्यों के एक समूह के साथ 25 जुलाई, 2012 को इम्फाल-सचिवालय के अपने कक्ष में वार्तालाप के दौरान माननीय मन्त्री महोदय ने इस बात पर बल दिया कि जल, स्वच्छता और शुचिता, बच्चों, सहयोगियों और उनके परिवार के सदस्यों की बीमारी में कमी लाती है। स्वच्छ पर्यावरण स्वस्थ पढ़ाई की स्थिति पैदा करता है। यह शिक्षा की उपलब्धि में बेहतर लैंगिक समानता लाता है, छात्रों में शुचिता-सम्बन्धी व्यवहार में सकारात्मक स्थितियाँ बनाता है।

 

सुलभ के प्रति उन्होंने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सुलभ इंटरनेशनल-द्वारा किया गया कार्य प्रशंसनीय है और भारत में अत्यन्त लोकप्रिय भी। यह देश के लोगों को शान्तिपूर्ण ढंग से स्वच्छता-सुविधा उपलब्ध करा रहा है और लोगों को बीमारियों से बचा रहा है।

इस अवसर पर माननीय मन्त्री महोदय ने उन दिनों की चर्चा की, जब सुलभ के अधिकारी इम्फाल में उनके पिताश्री से और उसके बाद तत्कालीन शहरी विकास-मन्त्री से मिलने आया करते थे। वह उस समय कॉलेज में छात्र थे। उन्होंने सुलभ स्कूल सैनिटेशन क्लब के प्रयासों की प्रशंसा की। मणिपुर के सी.सी.डी.यू के सलाहकार श्री आई. मनिसाना ने मणिपुर के स्कूलों में लोक-स्वास्थ्य-अभियंत्रण द्वारा सुलभ स्कूल सैनिटेशन क्लब से मिल-जुलकर किए जा रहे कार्य और गतिविधियों के बारे में बताया। माननीय मन्त्री महोदय ने श्री मनिसाना को यह निर्देश दिया कि वह उन क्षेत्रों का पता करें, जहाँ शहरी स्वच्छता कार्यक्रम में सुलभ की सेवाएँ ली जा सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर राज्य के विद्यालयों में शौचालय निर्माण के जरिए स्वच्छता कार्यक्रम में सुलभ की सेवाएँ ली जा सकती हैं।

 

सुलभ पब्लिक स्कूल की दसवीं की छात्रा वैशाली ने माननीय मन्त्री जी को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उन्होंने विद्यालय स्वच्छता अभियान के सिलसिले में अपना बहुमूल्य समय दिया।

साभार: सुलभ इण्डिया सितम्बर 2012

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