लखनऊ, 1 जून (भाषा)। स्वच्छता-क्षेत्र में देश के सबसे बड़े गैर सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल ने शौच करने गई बहनों के सामूहिक बलात्कार के बाद बर्बर हत्या की घटना को लेकर सुर्खियों में आए उत्तर प्रदेश के बदायूँ स्थित कटरा गाँव के हर घर मंे शौचालय बनाने की घोषणा की है। सुलभ-आन्दोलन के प्रणेता डॉ. बिन्देश्वर पाठक ने रविवार को यहाँ जारी एक बयान में कहा है कि उनका संगठन जल्दी से जल्दी कटरा गाँव के हर घर में शौचालय-सुविधा उपलब्ध कराएगा।
यह कहते हुए कि दलित परिवारों की चचेरी बहनें खुले में शौच की मजबूरी के कारण ही इस जघन्य बलात्कार और हत्याकांड की शिकार हुई हैं, डॉ. पाठक ने कहा, ‘यदि इनके घर में शौचालय की सुविधा होती तो वह बाहर शौच करने नहीं जातीं और उनके साथ मानवता के दुश्मन इस तरह की वीभत्स घटना को अन्जाम नहीं दे पाते।’
उन्होंने कहा कि उनके संगठन के स्वच्छता-अधिकारियों का एक दल शौचालय-निर्माण की योजना को अमली जामा पहनाने का खाका तैयार करने के वास्ते इस गाँव का दौरा करेगा। उन्होंने कहा, ‘हम इस गाँव को गोद लेकर एक उदाहरण प्रस्तुत करना चाहते हैं, क्योंकि दोहरी हत्या के पीछे शौचालय की अनुपलब्धता ही एक मुख्य कारण है।’ उन्होंने खुले में शौच की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए कारपोरेट घरानों से यथाशीघ्र कम-से-कम एक गाँव गोद लेने की अपील की।
सुलभ-प्रमुख का मानना है, ‘खुले में शौच करने वाली प्रत्येक महिला असुरक्षित होती है और भारत-सरकार को इस मुद्दे को ध्यान में रखना होगा।’
डॉ. पाठक ने प्रत्येक घर में शौचालय की व्यवस्था करने की अपील के साथ प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखने का फैसला किया है, ताकि खुले में शौच की समस्या समाप्त हो सके।
‘पहले शौचालय, फिर देवालय’ के प्रधानमन्त्री के नारे की सराहनीय करते हुए डॉ. पाठक ने हर घर में शौचालय-सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार के साथ मिल कर काम करने की भी इच्छा जताई है। उन्होंने कहा, ‘मैं इस बारे में जल्द ही प्रधानमन्त्री को पत्र लिखने जा रहा हूँ,’ गौरतलब है कि दोनों बहनों के शव पेड़ से लटकाए जाने के बाद पूरे देश में ऐसी घटनाओं के प्रति जन आक्रोश एक बार उभर कर सामने आया है। साथ ही अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी आलोचना हो रही है।
साभार : जनसत्ता 2 जून 2014
सुलभ इण्डिया जून 2014