जयपुर। नगर निगम की ओर से शुरू किए गए विशेष स्वच्छता अभियान की बुधवार को तीसरे दिन ही हवा निकलती दिखाई दी। निगम के दस्ते कुछ मुख्य सड़को को चमकाने में लगे हैं, जबकि अंदरुनी सड़कों व गलियों में कचरे के ढेर पड़े हैं। परकोटे के लोगों का कहना है कि न तो गलियों में झाड़ू लग रही है और न ही कचरा उठ रहा है। जगह-जगह सीवर जाम होने से गन्दा पानी सड़कों पर बह रहा है। कहीं सीवर के मैनहोल धँसे हैं तो कहीं टूटे पड़े हैं। नालियों के फेरोकवर उखड़े पड़े हैं, लेकिन निगम के सफाई दस्ते नजर नहीं आ रहे।
...तो देंगे धरना
आदर्श नगर में वार्ड 65 की अमृतपुरी कॉलोनी के लोग गन्दगी से परेशान हैं। कॉलोनी की सड़को पर जगह-जगह कचरा फैला हुआ है और आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। सीवर लाइन टूटी हुई है और गन्दा पानी सड़कों पर फैल रहा है। वार्ड के पार्षद शफीक कुरैशी का कहना है कि सफाई कर्मचारी वार्ड में नियमित सफाई करने नहीं आ रहे, जिससे सड़कों पर कचरा फैला हुआ है। इस सम्बन्ध में अधिकारियों को लिखित में शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। सफाई व्यवस्था नहीं सुधारी गई तो धरना दिया जाएगा।
दावा : 970 टन कचरा उठाया
निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानाराम ने बताया कि बुधवार को शहर में 127.50 कि.मी सड़क और 40.80 किमी तक नालियाँ साफ की गईं। 33 मैनहोल की मरम्मत हुई और 89 किलो पॉलिथिन जब्त की गई। 66 स्थानों से निर्माण सामग्री और मलबा उठाया गया। 9 स्कूल, 8 अस्पताल और 21 पार्कों की सफाई की गई। 218 चालान कर 72 हजार रुपए कैरिंग चार्ज वसूला गया। कुल 970 टन कचरा व मलबा उठवाया गया। 223 शौचालय एवं मूत्रालय साफ किए। 379 रोड लाइट की मरम्मत की व 12 आवारा पशु पकड़े गए। 54 फुटपाथों से अतिक्रमण हटाए गए, जिनमें 16 स्वयंसेवी संस्थाओं ने सहयोग किया।
हकीकत : 60 करोड़ रुपए स्वीकृत
स्वच्छ भारत मिशन के लिए केन्द्र सरकार ने प्रदेश के लिए 60.73 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। राजस्थान पहला राज्य है जिसे सर्वप्रथम मिशन के तहत राशि स्वीकृत हुई है। प्रमुख सचिव स्वायत्त शासन डॉ. मंजीत सिंह ने बताया कि स्वीकृत राशि में से व्यक्तिगत व सामुदायिक शौचालय निर्माण पर 19.16 करोड़ रुपए तथा ठोस कचरा प्रबन्धन पर 33.65 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
स्वच्छता अभियान के लिए 40 लाख: शहर में सफाई व्यवस्था के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्री अरुण चतुर्वेदी ने नगर निगम को स्वच्छता अभियान के तहत विधायक कोष से 40 लाख रुपए दिए हैं।
जिला प्रमुख जिला परिषद सदस्यों ने की सफाई: राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता जागरूकता सप्ताह 16 मार्च से शुरू होगा। इसके लिए जिला पंचायत समितियों के लिए स्वच्छता रथ रवाना किया जाएगा। इसी कड़ी में बुधवार को जिला प्रमुख मूलचन्द मीना की अगुवाई में जिला कलेक्ट्रेट व जिला परिषद में सफाई की गई।
छोटी चौपड़ पर मैट्रो के बेरिकेडिंग के अन्दर आ रहे बरामदों में सफाई नहीं हो रही। बरामदों की छतों पर भी कचरे के ढेर पड़े हैं। इससे बदबू आती रहती है - लक्ष्मीनारायण गर्ग, दुकानदार, त्रिपोलिया बाजार।
चीनी की बुर्ज के आस-पास कई जगह कचरे के ढेर लगे हैं। गलियों से कचरा उठाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। कई बार लोगों ने शिकायत की, लेकिन हल नहीं निकला - शहजाद अली, निवासी, चीनी की बुर्ज।
निगम के पास न पूरे कर्मचारी हैं, न संसाधन। अस्थाई कर्मचारी और जेडीए से उधार माँगे संसाधनो के भरोसे अभियान कैसा चलेगा - गिरिराज खण्डेलवाल, पूर्व मुख्य सचेतक, जयपुर नगर निगम।
साभार राजस्थान पत्रिका 12 मार्च 2015